Saturday, February 12, 2005

कभी किसी ने देखा है ?

कभी किसी ने देखा है ?

उन चट्टानों के टीलों में
अप्रत्याशित ढलानों के बीच,
ढलता है रक्तिम सुरज जब
फिर वहाँ निझॅर बहते हैं।

कभी किसी ने देखा है ?

उस निझॅर के प्रवाह में
कभी विनम्र होती जो बुंदें,
इक झुरमुट के तलहटी में
जाकर अटकती रहती है।

कभी किसी ने देखा है ?

अटकती बुंदो के संगम में
जलमय राशि के ठीक मध्य,
शनैः शनैः एक अद्भुत जलज
फिर विराजमान होता है।

कभी किसी ने देखा है ?